देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई), एक बार फिर निवेशकों और ब्रोकरेज हाउसेज के लिए चर्चा का केंद्र बना हुआ है। हाल ही में कई प्रमुख विदेशी और घरेलू ब्रोकरेज फर्म्स ने एसबीआई के शेयरों पर ‘बाय’ रेटिंग को दोहराया है और टारगेट प्राइस में भी बढ़ोतरी की है। बैंक की मजबूत बैलेंस शीट, लगातार बेहतर होती लोन ग्रोथ, और स्थिर नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) ने इसे निवेशकों का पसंदीदा स्टॉक बना दिया है।
एसबीआई: मजबूत फंडामेंटल्स का चैंपियन
1806 में स्थापित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भारत का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है, जो 22,000 से अधिक शाखाओं और 58,000 से ज्यादा एटीएम के नेटवर्क के साथ देश के हर कोने में मौजूद है। एसबीआई न केवल व्यक्तिगत और कॉर्पोरेट बैंकिंग में अग्रणी है, बल्कि डिजिटल बैंकिंग, एनआरआई सेवाओं, और ग्रामीण बैंकिंग में भी इसकी मजबूत पकड़ है।
पिछले पांच वर्षों में एसबीआई के शेयर ने 320% से अधिक का रिटर्न दिया है। वर्तमान में, 21 जून 2025 तक, एसबीआई का शेयर मूल्य लगभग ₹792.95 है, और ब्रोकरेज हाउसेज ने इसे औसतन ₹930.96 का टारगेट प्राइस दिया है, जो 18.58% की संभावित वृद्धि दर्शाता है।
ब्रोकरेज हाउसेज की सकारात्मक राय: क्या है कारण?
कई प्रमुख ब्रोकरेज फर्म्स, जैसे मोतीलाल ओसवाल, जेफरीज, यूबीएस, और सिटी, ने एसबीआई के शेयरों पर अपनी ‘बाय’ रेटिंग को बरकरार रखा है। कुछ ने तो रेटिंग को अपग्रेड भी किया है। इन सकारात्मक राय के पीछे निम्नलिखित कारण हैं:
1. फंसे हुए कर्ज (NPA) में उल्लेखनीय कमी
मार्च 2025 की तिमाही में, बैंक का ग्रॉस NPA 1.82% तक गिर गया, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 2.24% था। नेट NPA भी 0.47% तक कम हुआ। यह सुधार बैंक की बेहतर रिकवरी रणनीति और जोखिम प्रबंधन का परिणाम है।
2. मजबूत लोन ग्रोथ
FY25 की चौथी तिमाही में, बैंक की लोन ग्रोथ 13.1% YoY रही, जो उद्योग औसत (11.5%) से अधिक है। रिटेल लोन में 14.7%, छोटे व्यवसायों में 20.5%, और कृषि क्षेत्र में 17.9% की वृद्धि दर्ज की गई।
3. स्थिर नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM)
FY25 में एसबीआई का घरेलू NIM 3.43% से घटकर 3.22% हो गया, लेकिन MCLR-लिंक्ड और फिक्स्ड-रेट लोन्स पर आधारित पोर्टफोलियो NIM पर दबाव को कम करता है।
4. डिजिटल और ग्रामीण पहुंच
एसबीआई की डिजिटल बैंकिंग प्लेटफॉर्म YONO ने इसकी पहुंच और दक्षता को बढ़ाया है। ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में बैंक की मजबूत उपस्थिति इसे निजी बैंकों से अलग करती है।
5. मजबूत पूंजी स्थिति
एसबीआई का पूंजी पर्याप्तता अनुपात (CAR) 13.03% है। बैंक ने FY26 में ₹25,000 करोड़ जुटाने की योजना बनाई है।
वित्तीय प्रदर्शन: एक नजर में
मार्च 2025 की तिमाही के प्रमुख आंकड़े:
- मार्केट कैपिटलाइजेशन: ₹7,00,939.66 करोड़
- नेट प्रॉफिट: ₹19,600.46 करोड़ (Q4 FY25)
- राजस्व: ₹1,79,562.32 करोड़
- EPS: ₹86.91 (FY25)
- ROE: 16.87% (FY25)
- NIM: 2.59% (FY25)
- डिविडेंड: ₹15.90 प्रति शेयर
- प्रमोटर होल्डिंग: 57.4%
निवेशकों के लिए जोखिम
- उच्च जमा लागत: जमा की लागत 4.81% तक पहुंच गई है।
- मूल्यांकन चिंताएं: 8.88 के TTM P/E के साथ।
- ब्याज दर चक्र: RBI द्वारा संभावित ब्याज दर कटौती।
- कॉर्पोरेट NPAs: कॉर्पोरेट सेगमेंट में जोखिम।
क्या एसबीआई में निवेश करना चाहिए?
लंबी अवधि के निवेशकों के लिए, एसबीआई एक ब्लू-चिप स्टॉक है। मजबूत फंडामेंटल्स, ब्रोकरेज समर्थन, और 3.77% की डिविडेंड यील्ड इसे आकर्षक बनाते हैं।
एसबीआई शेयर कैसे खरीदें?
- डीमैट खाता खोलें: Zerodha, Upstox, या Groww के साथ।
- KYC पूरा करें: आवश्यक दस्तावेज जमा करें।
- विश्लेषण करें: वित्तीय प्रदर्शन और ब्रोकरेज रिपोर्ट्स।
- खरीदारी करें: SBIN (NSE टिकर) के लिए ऑर्डर दें।
- निगरानी रखें: तिमाही परिणाम और बाजार रुझान।
निष्कर्ष
एसबीआई का शेयर मजबूत फंडामेंटल्स और ब्रोकरेज की सकारात्मक राय के दम पर निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प है। ₹930.96 का औसत टारगेट प्राइस इसे लार्ज-कैप बैंकिंग सेगमेंट में शीर्ष पसंद बनाता है।
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