हाल के महीनों में Indian Hotels Company Ltd (IHCL), Lemon Tree Hotels, और Chalet Hotels जैसे स्टॉक्स में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। ये तेजी न सिर्फ निवेशकों का ध्यान खींच रही है, बल्कि डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (DIIs) को भी इस सेक्टर में भारी खरीदारी के लिए प्रेरित कर रही है। सवाल यह है कि आखिर DIIs को होटल सेक्टर में ऐसा क्या दिख रहा है, जो इसे उनका पसंदीदा बना रहा है? आइए, इस सेक्टर की ग्रोथ की कहानी और निवेश के अवसरों को विस्तार से समझते हैं।
होटल सेक्टर में क्यों है इतनी हलचल?
पिछले कुछ सालों में भारत का होटल और टूरिज्म सेक्टर तेजी से उभरा है। इसके पीछे कई कारण हैं, जो इस सेक्टर को निवेशकों के लिए आकर्षक बना रहे हैं:
- ट्रैवल और टूरिज्म की बढ़ती मांग
भारत में ट्रैवल और टूरिज्म सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है। शादियों, बिजनेस कॉन्फ्रेंस (MICE – Meetings, Incentives, Conferences, and Exhibitions), और अवकाश यात्राओं ने होटल बुकिंग्स में भारी इजाफा किया है। 2023 में विदेशी पर्यटकों की संख्या 92.36 लाख थी, जो 2022 के 64.37 लाख से काफी ज्यादा है। इसके अलावा, घरेलू पर्यटन में भी 20.4% की वृद्धि देखी गई। माहाकुंभ 2025 जैसे बड़े आयोजनों ने भी इस मांग को और बढ़ाया है। - डिमांड-सप्लाई का अनुकूल समीकरण
होटल इंडस्ट्री में डिमांड तेजी से बढ़ रही है, लेकिन नई होटल प्रॉपर्टीज की सप्लाई उस गति से नहीं बढ़ रही। HVS Anarock की एक रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल 2023 से फरवरी 2024 तक 146 नई होटल्स खुलीं, लेकिन रूम्स की संख्या में केवल 10% की वृद्धि हुई। इससे Revenue Per Available Room (RevPAR) में 10-12% की सालाना वृद्धि देखी जा रही है, जो होटल कंपनियों के लिए मुनाफा बढ़ाने वाला साबित हो रहा है। - Asset-Light मॉडल की ताकत
बड़े होटल ब्रांड्स जैसे IHCL, Lemon Tree, और Chalet Hotels अब asset-light मॉडल पर फोकस कर रहे हैं। इस मॉडल में कंपनियां खुद नई प्रॉपर्टीज बनाने की बजाय मैनेजमेंट कॉन्ट्रैक्ट्स और फ्रैंचाइज़ी के जरिए विस्तार कर रही हैं। इससे उनकी पूंजी लागत कम होती है और मुनाफा मार्जिन बढ़ता है। उदाहरण के लिए, Lemon Tree Hotels की 32.7% रूम्स 2018 में मैनेजमेंट कॉन्ट्रैक्ट्स के तहत थीं, और अब कंपनी इस मॉडल को और आक्रामक तरीके से अपना रही है। - आर्थिक और इन्फ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ
भारत की अर्थव्यवस्था 6-7% की दर से बढ़ रही है, और 2047 तक 300 नए एयरपोर्ट्स के निर्माण की योजना है। बेहतर हाईवे, रेलवे, और हवाई कनेक्टिविटी ने पर्यटन को बढ़ावा दिया है। यह होटल इंडस्ट्री के लिए लंबे समय तक स्थिर ग्रोथ का संकेत देता है।
प्रमुख होटल स्टॉक्स का प्रदर्शन
आइए, उन तीन प्रमुख होटल स्टॉक्स पर नजर डालें, जो DIIs के रडार पर हैं:
1. Indian Hotels Company Ltd (IHCL)
- मार्केट कैप: 1,06,373 करोड़ रुपये (जनवरी 2025)
- हाल का प्रदर्शन: 2024 में शेयर प्राइस दोगुनी हो चुकी है।
- वित्तीय आंकड़े: Q4 FY24 में रेवेन्यू 2,200 करोड़ रुपये (20% YoY ग्रोथ), EBITDA 848 करोड़ रुपये, और प्रॉफिट 666 करोड़ रुपये (25% YoY ग्रोथ)।
- रणनीति: IHCL ने Accelerate 2030 रोडमैप लॉन्च किया है, जिसका लक्ष्य 700+ होटल्स और 15,000 करोड़ रुपये का रेवेन्यू है। कंपनी asset-light मॉडल और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर जोर दे रही है।
- DII होल्डिंग: DIIs ने हाल के महीनों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है, जो कंपनी की मजबूत ब्रांड वैल्यू और ग्रोथ पोटेंशियल को दर्शाता है।
2. Lemon Tree Hotels
- मार्केट कैप: करीब 12,000 करोड़ रुपये
- हाल का प्रदर्शन: 2024 में 29% YTD रिटर्न। पिछले एक महीने में शेयर में 20% से ज्यादा की तेजी।
- वित्तीय आंकड़े: FY24 में रेवेन्यू 18% CAGR से बढ़ा। RevPAR में डबल-डिजिट ग्रोथ की उम्मीद।
- रणनीति: Lemon Tree मिड-प्राइस्ड सेगमेंट में लीडर है और asset-light मॉडल के जरिए तेजी से विस्तार कर रही है। 2024 में कंपनी 30 नई प्रॉपर्टीज खोलने की योजना बना रही है, जिसमें 2,000+ रूम्स शामिल हैं।
- DII होल्डिंग: DIIs इस स्टॉक को लेकर बुलिश हैं, क्योंकि कंपनी का फोकस मिड-मार्केट और टियर-2 शहरों पर है, जहां डिमांड तेजी से बढ़ रही है।
3. Chalet Hotels
- मार्केट कैप: करीब 18,000 करोड़ रुपये
- हाल का प्रदर्शन: Q4 FY24 में रेवेन्यू 537 करोड़ रुपये (27% YoY ग्रोथ), EBITDA 257 करोड़ रुपये (36% YoY ग्रोथ), और प्रॉफिट 124 करोड़ रुपये (50% YoY ग्रोथ)।
- रणनीति: Chalet प्रीमियम सिटी होटल्स और हाई-मार्जिन रेंटल्स पर फोकस करता है। गोवा में 15 एकड़ का नया लग्जरी होटल प्रोजेक्ट इसकी ग्रोथ को और बढ़ाएगा।
- DII होल्डिंग: DIIs ने इस स्टॉक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है, क्योंकि इसका Average Daily Rate (ADR) 14,345 रुपये है, जो सेक्टर में सबसे ऊंचा है।
निवेशकों के लिए क्या हैं अवसर?
होटल सेक्टर में निवेश के कई आकर्षक अवसर हैं, लेकिन जोखिमों को भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए:
- अवसर:
- उच्च ग्रोथ पोटेंशियल: ICICI Securities के अनुसार, FY24-26 में होटल इंडस्ट्री में 6-8% ARR ग्रोथ और 100-200 bps ऑक्यूपेंसी ग्रोथ की उम्मीद है।
- लंबी अवधि की स्थिरता: भारत की आर्थिक वृद्धि और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट होटल सेक्टर को लंबे समय तक सपोर्ट करेगा।
- विविधीकरण: होटल स्टॉक्स पोर्टफोलियो में विविधता लाते हैं, क्योंकि ये अन्य सेक्टर्स से अलग डायनामिक्स पर काम करते हैं।
- जोखिम:
- आर्थिक जोखिम: आर्थिक मंदी या ट्रैवल डिमांड में कमी से सेक्टर प्रभावित हो सकता है।
- हाई वैल्यूएशन: IHCL जैसे कुछ स्टॉक्स की वैल्यूएशन अधिक हो सकती है, जिससे रिटर्न सीमित हो सकता है।
- प्रतिस्पर्धा: मेट्रो शहरों में विदेशी होटल चेन्स और OYO जैसे बजट प्लेयर्स से प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है।
निवेश से पहले क्या ध्यान रखें?
- गहन रिसर्च: कंपनी के फंडामेंटल्स, जैसे रेवेन्यू ग्रोथ, डेट लेवल, और मैनेजमेंट क्वालिटी का विश्लेषण करें।
- वित्तीय सलाहकार की सलाह: निवेश से पहले सर्टिफाइड फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें।
- जोखिम सहनशक्ति: होटल स्टॉक्स में अस्थिरता हो सकती है, इसलिए अपनी रिस्क प्रोफाइल का आकलन करें।
- लंबी अवधि का नजरिया: होटल सेक्टर में ग्रोथ लंबी अवधि में ज्यादा स्थिर है, इसलिए शॉर्ट-टर्म उतार-चढ़ाव से घबराएं नहीं।
निष्कर्ष
होटल सेक्टर में DIIs की बढ़ती रुचि इस बात का सबूत है कि यह सेक्टर भारत की आर्थिक वृद्धि की कहानी का एक अहम हिस्सा बन रहा है। बढ़ती ट्रैवल डिमांड, अनुकूल डिमांड-सप्लाई डायनामिक्स, और asset-light मॉडल ने Indian Hotels, Lemon Tree, और Chalet Hotels जैसे स्टॉक्स को निवेशकों के लिए आकर्षक बनाया है। लेकिन, निवेश करने से पहले सावधानी और रिसर्च जरूरी है। अगर आप इस सेक्टर में निवेश की सोच रहे हैं, तो यह आपके पोर्टफोलियो को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है, बशर्ते आप सही रणनीति अपनाएं।
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